रेती (file)
यह एक कटिंग टूल है जो जोब को बारीकी से काटने या स्मूथ करने के लिए प्रयोग की जाती है जिन स्थानों पर मशीन द्वारा कार्य नही किया जा सकता है उन स्थानों पर फाइलिंग का प्रयोग किया जाता है यह हाइ कार्बन स्टील की बनी होती है यह धातु को छोटे-छोटे कणों के रूप में काटती है फाइल का साइज़ टीप से लेकर सोल्डर तक लिया जाता है
रेती का वर्गीकरण– रेती का वर्गीकरण निम्न के आधार पर किया जाता है –
1.लम्बाई के आधार पर
2.आकृति के आधार पर
3.कट के आधार पर
4.ग्रेड के आधार पर
लम्बाई के आधार पर
लम्बाई के आधार पर रेती 100 mm से लेकर 450 mm तक के साइज़ की होती है साधारण फाइलों के कार्य में कार्य के आधार फाइल प्रयोग की जाती है साधारणतय 300 mm तक हाथ द्वारा प्रयोग की जाती है इससे अधिक साइज़ की फाइल को मशीन में पकडकर प्रयोग में लाई जाती है
आकृति के आधार पर
आकृति के आधार पर रेतियाँ निम्न प्रकार की होती है
1.चपटी फाइल – यह रेती आयताकार क्रोस सेक्शन की होती है इसके फेस पर सिंगल या डबल कट पर दान्तें कते होते है
2.हैण्ड फाइल- यह फाइल चौडाई में सोल्डर से लेकर टीप तक एक सम्मान होती है यह हमेशा डबल कट में बनाई जाती है परन्तु इसके edge पर दांते नही होते इसलिए इसे safe edge file भी कहते है
3.त्रिकोणी फाइल – जैसा की नाम से स्पष्ट होता है यह रेती त्रिकोणी होती है व प्रत्येक कोण 60 डिग्री का होता है इस रेती का प्रयोग V आकार के खांचे काटने या स्लाट बनाने में किया जाता है इसके अलावा आरी के दांते तेज करने में इसका प्रयोग किया जाता है इस रेती का दो तिहाई भाग समानातर होता है तथा एक तिहाई भाग टैपर होता है
4.वर्गाकार रेती- यह फाइल वर्गाकार होती है तथा प्रत्येक कोण 90डिग्री का होता है इसका भी दो तिहाई भाग समानातर तथा एक तिहाई भाग टैपर किया होता है इस फाइल का प्रयोग वर्गाकार आकार की जॉब बनाने में किया जाता है
5.अर्धगोलाकार रेती- यह आकार में एक तरफ से चपटी होती है तथा दूसरी तरफ से अर्धगोल होती है इस फाइल का प्रत्येक किसी कार्य के बाहरी या अदरुनी भाग को गोल बनाने के लिए किया जाता है
6.गोलाकार रेती– यह आकार में गोल होती है इसका भी दो तिहाई भाग समानातर तथा एक तिहाई भाग टैपर किया होता है इसका भी प्रयोग किसी जोब के सुराग को साफ करने या बड़ा करने के लिए किया जाता है
7.KNIFE EDGE FILE- इसका आकार चाकू की तरह होता है इसकी एक साइड चपटी होती है तथा दूसरा किनारा 10 डिग्री पर टैपर किया होता है इसका प्रयोग बारीकी के कार्य उदाहरण के लिए ताले की चाबी इत्यादि बनाने में किया जाता है
कट के आधार पर
कट के आधार पर रेती निम्न लिखित प्रकार की होती है
1.सिंगल कट फाइल- इस प्रकार की रेती की फेस पर दांते एक-दुसरे के समानातर कते होते है जोकि 45 डिग्री से 60डिग्री के कोण पर होते है इन रेतियो का प्रकार नर्म धातुए काटने के लिए किया जाता है
2.डबल कट फाइल- इन रेतिओ के फेस पर दांते दोनों तरफ एक-दुसरे के विरोधी दिशा में कटे होते है साधारण कार्यो में इन्ही रेतिओ का प्रयोग किया जाता है
3. Resk कट फाइल- इस प्रकार की फाइल पर दांते त्रिकोण पंच द्वारा ऊपर की तरफ उबरे होते है इसका प्रयोग नर्म पदार्थो जैसे रबड़ प्लास्टिक लकड़ी इत्यादि को काटने में किया जाता है
4.COVERED CUT FILE- इस प्रकार की रेती के फेस पर दांते कर्व सेप में कते होते है इसे विक्शन फाइल भी कहते है
ग्रेड के आधार पर
रेती के फेस पर बने दांतों के बीच की दूरी के आधार पर रेती का ग्रेड पता किया जाता है ग्रेड के आधार पर रेतिया निम्न प्रकार की होती है
1.रफ फाइल
2.बासर्ड फाइल
3.स्मूथ फाइल
4.डेढ़ समूथ फाइल
फाइलिंग करते समय निम्नलिखित बातो का ध्यान रखना चाहिए-
1.कार्य के अनुसार रेती का प्रयोग कर
2.फाइलिंग करने से पहले जोब को वाइस में अच्छी तरह कस लेना चाहिए
3.फाइलिंग करते समय रेती पर हमेशा आगे की तरफ दबाव डालना चाहिए
4.कार्य समाप्त होने पर फाइल एवं वाइस को अच्छी तरह साफ के लेनी चाहिए
फाइलिंग की विधियाँ – फाइलिंग निम्न प्रकार की होती है
1.STRAIGHT FILING- इस विधि में वाईस के सामने खड़ा होकर रेती को सीधा चलाया जाता है इस विधि में धातु अधिक कटती है इसलिए संतुलन अधिक रखने की आवश्यकता पडती है
2.CROSS FILING- इस विधि में रेती को एक कोण पर एक सिरे से दूसरे सिरे तक चलाया जाता है इस प्रकार की फाइलिंग का प्रयोग चौड़ी सतह वाले कार्यो पर किया जाता है
3.DRAW FILING- इस विधि में फाइल को दोनों तरफ से पकडकर चलाया जाता है इस विधि का प्रयोग जोब के उठे हुए भाग की फिलिशिंग के लिए किया जाता है
फाइल को प्रयोग करते समय सावधानियां-
1.बिना हैंडल की फाइल का प्रयोग नही करना चाहिए
2.फाइल का प्रयोग करते समय रेती के फेस पर हाथ नही रखना चाहिए
3.फाइल या जॉब पर चिकनाई युक्त पदार्थ नही डालना चाहिए
4.फाइल का प्रयोग हथोड़े की तरह नही करना चाहिए
5.फाइल को गर्म नही करना चाहिए
6.फाइल को मापक यंत्रो से अलग रखना चाहिए
HACKSAW
यह एक कटिंग टूल है इसके द्वारा विभिन्न धातुओ के भागो को काटने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है hacksaw का फ्रेम माइलड स्टील या लोहे का बना होता है तथा hacksaw ब्लेड हाइ कार्बन स्टील या टंगस्टन इत्यादि का बना होता हैं इसके फ्रेम को दोनों तरफ से समकोण पर मोड़ा जाता है इसके एक तरफ स्लाइलिंग स्क्रू अर्थात wing nut तथा दुसरे सिरे पर हैन्डल लगा होता है
Hacksaw निम्न प्रकार के होते है-
1.Solid Hacksaw frame- यह frame माइलड स्टील की या कंडयूट पाइप को समकोण पर मोडकर बनाया जाता है इस फ्रेम में केबल एक ही साइज़ का ब्लेड फिट किया जाता है हैंडल की आकृति के अनुसार ये दो प्रकार के होते है
A. Straight handle solid hacksaw frame
B. Pistol grip solid hacksaw frame
2.समायोज्क-इस प्रकार के फ्रेम के दो भाग होते है जिसके कारण इसकी फ्रेम की लम्बाई को कम ज्यादा किया जा सकता है इसलिए इस प्रकार के फ्रेम अलग-अलग साइज़ के ब्लेड फिट किए जा सकते है आकृति के अनुसार ये तीन प्रकार के होते है
A. Straight handle adjustable frame
B. Pistol handle adjustable frame
C. Tubular type adjustable frame
3.Deep cutting hacksaw frame- इस प्रकार के frame की आकृति अंग्रेजी के U अक्सर की तरह होती है इस hacksaw का प्रयोग अधिक गहराई वाले जोब की कटिंग के लिए किया जाता है
Hack sawing करते समय किन-किन बातो का ध्यान रखना चाहिए-
1.धातु के अनुसार ब्लेड का चुनाव करना चाहिए जैसे मोटी धातु काटने के लिए मीडियम पिच ब्लेड का प्रयोग तथा पतली धातु काटने के लिए FINE पिच ब्लेड का प्रयोग करना चाहिए
2.hacksaw ब्लेड में FRAME इस प्रकार फिट करना चाहिए कि ब्लेड के दांतों का झुकाव आगे की तरफ हो
3.ब्लेड को आगे ले जाते समय दबाव देना चाहिए तथा पीछे या वापिस लाते समय दबाव नही देना चाहिए
4.जॉब को वाईस में अच्छी तरह फिट करना चाहिए तथा वाईस की ऊंचाई कमर तक होनी चाहिए