Stranded Wire –एक ही गेज की कई तारो को आपस में लपेटने से जो बनती है उसे Stranded wire कहते है उदाहरणके लिए ओवर हेड लाइन में लगे तार या वायरिंग के लिए प्रयोग की जाने वाली तारे जैसे 7\22,3\22 इत्यादि
Note: 7\22 से अभिप्राय है की 7 तारे एक ही केबल में 22 नंबर गेज की हो
Stranded तारो की विशेषताए
- तारो की stranded करने से तारो की लचकता बढ़ जाती है
- AC विद्युत् धारा में Skin Effect Stranded प्रकार के चालको में कम हो जाता है
- लचकता होने के करण अधिक लम्बाई की तार को क्वाइल बनाकर ट्रांसपोर्ट करना आसान हो जाता है
वायरिंग में प्रयोग होने वाले विभिन्न तारो का वर्णन करो
- Flexible wire– ये तारे कई रंगो में मिलती है तथा दो या तीन तारो को लपेटकर बनाई जाती है इन्हें इधर-उधर मोड़ना आसन होता है इनका मुख्य रूप से प्रयोग अस्थायी वायरिंग में किया जाता है या स्विच बोर्ड से उपकरण तक सप्लाई पहुँचाने के लिए प्रयोग की जाती है
2. P.V.C. Wire – poly vinyl chloride कहते है घरेलू वायरिंग में मुख्य रूप से इनका प्रयोग किया जाता है ये अलग-अलग साइज़ में जैसे 1mm sq.,1 1\2 mm sq.,2 1\2 mm sq. ,3mm sq., इत्यादि में मिलती है
3. V.I.R. Wire– इसका पूरा नाम Vanished Indian Rubbed है इस प्रकार की तार का प्रयोग भी घरेलू कार्य में किया जाता है
4. led थिथड वायर – इस प्रकार की तारो पर लैड का आवरण चढ़ा होता है इनका प्रयोग नमी या अम्ल वाले वातावरण में किया जाता है
इसके अतिरिक्त उपरोक्त तारे सिंगल कोर, डबल कोर, तीन कोर या चार कोर इत्यादि में भी मिलती है
- S.C.C. Copper Wire– Single Cotton Cover Copper Wire
- D.C.C. Copper Wire– Double Cotton Cover Copper Wire
- S.E. Copper Wire– Super Enameled Copper Wire
5.आरमड केबल – ऐसी तारे या केबल जिन्हें यांत्रिक सुरक्षा देने के लिए मुख्य आवरण के निचे लोहे की तार या पतियाँ लपेट रखी हो उन्हें आरमड केबल कहते है
केबल किसे कहते है केबल कोर से क्या अभिप्राय है केबल का वर्गीकरण
केबल– चालक पर एक सम्मान मोटाई का कुचालक पदार्थ चढ़ा दिया जाए उसे केबल कहते है. ये Single तथा Multi स्टेट तार भी तथा इसमें कई तार भी हो सकती है कोर– एक Insulation के अंदर आने वाले कुल चालको को कोर कहते है यदि अलग-अलग Insulation होंगे तो उतने ही कोर केबल कहलाएगें केबलो का वर्गीकरण
इनका वर्गीकरण अलग-अलग घटकों के आधार पर किया जाता है
वोल्टेज के आधार पर
1.voltage cabal– जो केबल एक किलो वोल्ट तक वोल्टेज सहन करे उसे निम्न वोल्टेज केबल कहते है
2.उच्च वोल्टेज केबल (High Voltage Cabal) –जो केबल एक किलो से 11 किलो तक वोल्टेज सहन करे उसे उच्च वोल्टेज केबल कहते है
3.श्रेष्ठ वोल्टेज केबल (Super Voltage Cabal) – जो केबल 11 किलो से 33 किलो तक वोल्टेज सहन करे उसे श्रेष्ठ वोल्टेज केबल कहते है
4. अति उच्च वोल्टेज केबल – (Extra High Voltage Cabal) – जो केबल 33 किलो से 132 किलो तक वोल्टेज सहन करे उसे अति उच्च वोल्टेज केबल कहते है
5. अति श्रेष्ठ वोल्टेज केबल (Extra Super Voltage Cabal) – जो केबल 132 किलो से उपर वोल्टेज सहन करे उसे अति श्रेष्ठ वोल्टेज केबल कहते है
कोर संख्या के अनुसार
1.एकल क्रोड केबल(Single Core Cable)
2.दव्वी क्रोड केबल(Double Core Cabal)
3.त्रि क्रोड केबल (Triple Core Cable)
4.चार क्रोड केबल (Four Core Cable)
5.N क्रोड केबल (N Core Cable)
स्तापना के आधार पर
1.भुतलीय केबल( Over Ground Cabal)
2.भूमिगत केबल (Underground Cabal)
3.समुंद्री केबल(Submarine Cabal)
4. वायुवी केबल(Air Core Cabal)
पदार्थ की अवस्था के अनुसार
1.ठोस केबल(Solid Cabal)
2.द्रव केबल (Liquid Cabal)
3.गैस केबल (Gas Cabal )
परिभाषाएं
करंट – किसी परिपथ में इलेक्ट्रोनो के प्रवाह को करंट करते है इसकी इकाई एम्पियर है जिसका प्रतीकात्मक चिह्न A है इसे एम्पियर मीटर नामक यंत्र द्वारा मापा जाता है मापते समय इसे परिपथ के सीरिज में जोड़ा जाता है
एम्पियर – एक ओह्म प्रतिरोध को 1 वोल्ट का विद्युत् वाहक बल लगाने पर परिपथ में से 1 एम्पियर करंट गुजरेगा
वोल्टेज – किसी परिपथ के दो सिरों के बीच गए विद्युत् दबाव के अंदर को वोल्टेज potential difference कहते है इसकी इकाई वोल्ट है इसका प्रतीकात्मक चिह्न V है
EMF(Electromotive force) विद्युत् बल – यह बल जो किसी परिपथ में इलेक्ट्रोन को बहने के लिए बल प्रदान करे उसे EMF कहते है वोल्टेज,EMF,P.D. सभी की इकाई वोल्ट है वोल्टेज मापने के लिए वोल्ट मीटर नामक यंत्र का प्रयोग करते है वोल्टेज मापते समय वोल्ट मीटर को परिपथ के समांतर में जोड़ा जाता है
नोट: यदि एक वोल्ट मीटर को परिपथ के सीरिज में जोड़ दिया जाए तो वह जल जाएगा तथा 1m को समांतर में लगाने पर m मीटर जल जाएगा
वोल्ट– एक ओह्म प्रतिरोध में से एक एम्पियर करंट गुजारने के लिए जितने विद्युत् वाहक बल की आवश्यकता होती है उसे वोल्ट कहते है
कार्य – जब किसी वस्तु पर बल लगाया जाए ओर वस्तु बल की दिशा में गति करे तो उसे कार्य कहते है
कार्य=बल*दूरी कार्य की इकाई न्यूटन मीटर होती है
न्यूटन– जब 1 किलोग्राम की किसी वस्तु को 1m दूर प्रति सेकंड की दर से विस्थापित हो या दूरी तय करे उसे न्यूटन मीटर कहते है
जूल– जब एक न्यूटन बल द्वारा किसी वस्तु को एक मीटर दूर विस्थापन किया जाए तो उसे 1 जूल कहते है
कूलंब– यह विद्युत् चार्च की मात्रा होती है उसे Q द्वारा प्रदर्शित किया जाता है यदि एक एम्पियर करंट एक सेकंड की दर से प्रभावित हो तो उसे कूलंब कहते है
शक्ति – विद्युत् शक्ति की इकाई Watt होती है यदि किसी परिपथ में से एक एम्पियर करंट प्रति सेकंड बहे या प्रवाहित हो तो उसके द्वारा किए गए कार्य को वाट कहते है
उर्जा – कार्य करने की क्षमता को उर्जा कहते है
उर्जा=शक्ति*समय
1.स्थितिज उर्जा– किसी वस्तु में उसकी स्थिति के कारण जो उर्जा होती है उसे स्थितिज उर्जा कहते है
2.गतिज उर्जा– किसी वस्तु में उसकी गति के कारण जो उर्जा प्राप्त होती है उसे गतिज उर्जा कहते है
मौलिक इकाईया
1.British System– इसे FPS प्रणाली भी कहा जाता है इसमें लम्बाई को फुट में,भर को पोंड में और समय को सेकंड में मापा जाता है
2.Metric System– इसे CGS प्रणाली भी कहते है इसमें दूरी को से.मी., भार को ग्राम तथा समय को सेकंड में मापा जाता है
3.MKS System– इस प्रणाली में दूरी को मीटर,भार को किलो तथा समय को सेकंड ने मापा जाता है